Category : Science and TechPublished on: March 23 2024
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भारत के प्रमुख पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण यान (आरएलवी), पुष्पक ने हाल ही में इसरो द्वारा किए गए आरएलवी-लेक्स-02 प्रयोग के दौरान त्रुटिरहित लैंडिंग करके एक अभूतपूर्व मील का पत्थर हासिल किया।
यह उपलब्धि अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और सटीक इंजीनियरिंग में भारत के कौशल को प्रदर्शित करती है।
चित्रदुर्ग में एयरोनॉटिकल टेस्ट रेंज में देश के पहले पुन: प्रयोज्य लॉन्च वाहन, पुष्पक की इसरो की सफल लैंडिंग भारत की अंतरिक्ष अन्वेषण यात्रा में उल्लेखनीय प्रगति का प्रतीक है। यह उपलब्धि नवाचार और तकनीकी उत्कृष्टता के लिए इसरो की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
पुष्पक की विजयी लैंडिंग के साथ ही इसरो ने एक बार फिर अंतरिक्ष अन्वेषण की सीमाओं को आगे बढ़ाने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है। यह ऐतिहासिक घटना न केवल अत्याधुनिक तकनीक विकसित करने में भारत के कौशल को मान्य करती है बल्कि भविष्य में लागत प्रभावी और टिकाऊ अंतरिक्ष मिशनों का मार्ग भी प्रशस्त करती है।