उत्तर प्रदेश को दुग्ध विकास और दूध उत्पादन के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने के लिए राज्य सरकार ने 1,000 करोड़ रुपये की लागत से 'नंद बाबा दुग्ध मिशन योजना' शुरू की है।
दुग्ध उत्पादकों को डेयरी सहकारी समितियों के माध्यम से गांवों में उचित मूल्य पर अपना दूध बेचने की सुविधा प्रदान करने के लिए नंद बाबा दुग्ध मिशन योजना को लागू किया गया है।
इस मिशन के तहत, उत्पादकों के गांवों में ही दूध की बिक्री की सुविधा के लिए डेयरी किसान उत्पादक संगठन (डेयरी एफपीओ) बनाने का प्रस्ताव है।
गोमतीनगर में नंद बाबा दुग्ध मिशन का कार्यालय खोलने के साथ ही एक 'डेयरी विकास पोर्टल' और नंद बाबा मिशन के लोगो का भी अनावरण किया गया है।
नंद बाबा मिल्क मिशन एक धर्मार्थ पहल है जो वंचित बच्चों और समुदायों को गुणवत्तापूर्ण दूध उपलब्ध कराने पर केंद्रित है।
हिंदू पौराणिक कथाओं में भगवान कृष्ण के पालक पिता, नंद बाबा के नाम पर, इस मिशन का उद्देश्य कुपोषण के मुद्दे का समाधान करना और ज़रूरतमंद बच्चों के समग्र स्वास्थ्य और कल्याण में सुधार करना है।