नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय अगले महीने की पांच से सात तारीख तक नई दिल्ली में हरित हाइड्रोजन पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन करेगा।
सम्मेलन का उद्देश्य वैश्विक वैज्ञानिक और औद्योगिक समुदाय को एक साथ लाना है ताकि संपूर्ण ग्रीन हाइड्रोजन मूल्य श्रृंखला में हाल की प्रगति और उभरती प्रौद्योगिकियों पर चर्चा की जा सके।
सम्मेलन एक ग्रीन हाइड्रोजन पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करने और ग्रीन हाइड्रोजन के माध्यम से डीकार्बोनाइजेशन के लिए वैश्विक लक्ष्यों की प्राप्ति को उत्प्रेरित करना चाहता है।
सम्मेलन में इस क्षेत्र में हरित वित्तपोषण, मानव संसाधन उन्नयन और स्टार्टअप पहलों पर भी चर्चा की जाएगी।
यह सम्मेलन ग्रीन हाइड्रोजन पर पहला बड़ा कार्यक्रम होगा।
इस मिशन के तहत, सरकार का लक्ष्य वार्षिक ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन को 5 मिलियन टन तक बढ़ाना, लगभग 125 गीगावाट की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता वृद्धि, निवेश में 8 लाख करोड़ रुपये से अधिक आकर्षित करना, लाखों नौकरियां और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जीवाश्म ईंधन आयात में 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की संचयी कमी करना है।
बजट भाषण 2021-22 में, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हरित ऊर्जा स्रोतों से हाइड्रोजन उत्पन्न करने के लिए एक राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन शुरू करने का प्रस्ताव रखा था।
15 अगस्त, 2021 को, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन शुरू करने की घोषणा की थी।