पुणे स्थित जेनोवा बायोफार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड द्वारा विकसित ओमीक्रॉन वेरिएंट के लिए भारत के पहले स्वदेशी एमआरएनए वैक्सीन, 'जेमकोवैक ओम' को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया द्वारा आपातकालीन उपयोग दिशानिर्देशों के तहत अनुमोदित किया गया।
वैक्सीन पहला बूस्टर कोविड-19 वैक्सीन है जिसे भारत में अत्यधिक संक्रमणीय ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ विकसित किया गया है और इसने चरण 3 नैदानिक परीक्षणों में मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया का प्रदर्शन किया है।
यह दो से आठ डिग्री सेंटीग्रेड पर स्थिर है और इसे जेनोवा की स्वदेशी प्लेटफॉर्म तकनीक का उपयोग करके विकसित किया गया है, जो 'मिशन कोविड सुरक्षा' के तहत समर्थित है।
बायोटेक्नोलॉजी इंडस्ट्री रिसर्च असिस्टेंस काउंसिल (BIRAC) में डीबीटी की समर्पित मिशन कार्यान्वयन इकाई द्वारा भारतीय 'कोविड-19 वैक्सीन डेवलपमेंट मिशन' प्रोटोटाइप वैक्सीन के आगे नैदानिक विकास और स्केल-अप के लिए है, जिसे 29 जून, 2022 को ईयूए प्राप्त हुआ।