नामीबिया से चीतों के पहले जत्थे में भारत लाई गई साढ़े पांच साल की 'साशा' की किडनी फेल होने की आशंका के कारण मौत हो गई।
यह पिछले साल नामीबिया से भारत लाए गए आठ चीतों में से एक थी।
आठ के पहले बैच के चार चीतों को 11 से 25 मार्च के बीच जंगल में छोड़ दिया गया है, साशा और दो अन्य, सियाया और सवाना, अपने शिकार बाड़ों में बने रहे, क्योंकि विशेषज्ञों ने जंगली में उनके जीवित रहने की संभावना पर चिंता व्यक्त की थी।
बता दें कि पिछले साल 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन के मौके पर नामीबिया से लाए गए 8 चीतों (5 मादा और 3 नर) को श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था।
बाद में इस साल 18 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से 12 और लाए गए है ।
यह चीता (5 मादा और 3 नर) अफ्रीका में नामीबिया से 'प्रोजेक्ट चीता' के हिस्से के रूप में लाए गएहै।
यह दुनिया में पहली बार था कि एक बड़े मांसाहारी को एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप में स्थानांतरित किया गया था।