बेंगलुरु में, घर से वोट विकल्प लगभग 8900 व्यक्तियों द्वारा चुना गया जो 80 वर्ष से अधिक आयु के हैं या विकलांग लोग हैं।
चुनाव आयोग ने शहरी क्षेत्रों में चुनावी भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए कर्नाटक विधानसभा चुनाव में पहली बार यह विकल्प पेश किया है।
यह चुनाव आयोग द्वारा उन लोगों के लिए घर से वोट विकल्प पेश करने की अपनी तरह की पहली पहल है जो उम्र के कारण या विकलांगता के कारण मतदान केंद्र पर नहीं जा सकते हैं।
ऐसे नागरिकों को विकल्प का लाभ उठाने के लिए बूथ स्तर के कार्यालय में 17 अप्रैल से पहले 12 डी फॉर्म जमा करना था।
ईसीआई ने मतदाताओं के लाभ के लिए ‘नो योर कैंडिडेट (केवाईसी)’ नामक एक अभियान भी शुरू किया है।
आयोग ने चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन से संबंधित शिकायत दर्ज कराने के लिए ‘ई-विजिल’ मोबाइल एप्लिकेशन शुरू किया है।
इसके आलावा बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका ऐसे मतदाताओं के लिए घरों पर एक अस्थायी मतदान केंद्र बनाएगी जो घर से मतदान करने का विकल्प चुनते हैं।