तमिलनाडु के वन विभाग ने राज्य में हाथियों की मौतों की रिकॉर्डिंग और निगरानी के लिए एक अधिक विस्तृत और पारदर्शी प्रक्रिया शुरू करने के लिए 'हाथी मृत्यु लेखापरीक्षा ढांचा' पेश किया है।
तमिलनाडु वन्यजीव बोर्ड की पहली बैठक में मुख्यमंत्री एमके स्टालिन द्वारा देश में यह अपनी तरह का पहला ढांचा लॉन्च किया गया है।
यह रूपरेखा पारदर्शिता में सुधार करेगी, परिणामों का आकलन करने में सभी हितधारकों की सहायता करेगी और अंततः मानकीकरण की सुविधा प्रदान करेगी और मृत्यु दर के कारणों की अधिक विश्वसनीय तुलना करेगी।