Category : Science and TechPublished on: November 09 2023
Share on facebook
साब (SAAB) स्वीडन की रक्षा उत्पादों का निर्माण करने वाली कंपनी है।
यह मंजूरी हरियाणा में फैक्टरी की स्थापना करने के लिए दी गई है।
इस फैक्टरी में एंटी आर्मर, एंटी टैंक, बंकर और कार्ल-गुस्ताफ एम 4 रॉकेट लॉन्चर का भी निर्माण किया जाना है।
भारत ने अभी तक रक्षा उद्योग में 74 फीसदी तक एफडीआई की अनुमति दी है।
हालांकि 2015 में एफडीआई मंजूरी के नियमों में ढील दी गई थी, लेकिन अब तक कोई भी विदेशी कंपनी रक्षा क्षेत्र में 100 फीसदी एफडीआई की अनुमति नहीं ले पाई थी।
यह पहला मौका है, जब स्वीडिश कंपनी साब ने रक्षा परियोजना में भारत का पहला 100 फीसदी एफडीआई हासिल किया है।
हरियाणा में एक फैक्टरी स्थापित करने के लिए भारत में नई कंपनी 'साब एफएफवी इंडिया' पंजीकृत की गई है।
इसमें कार्ल-गुस्ताफ एम 4 लॉन्चर सिस्टम की नवीनतम पीढ़ी का निर्माण किया जाना है।
इस फैक्टरी में कार्ल-गुस्ताफ प्रणाली के लिए साइटिंग तकनीक और कार्बन फाइबर वाइंडिंग सहित उन्नत प्रौद्योगिकियां शामिल होंगी।
हालांकि, कंधे से दागे जाने वाले रॉकेट पहले से ही भारतीय सशस्त्र बलों के उपयोग में हैं और स्थानीय उत्पादन शुरू होने के बाद इन्हें निर्यात भी किया जा सकता है।
इसके अलावा फैक्टरी में एंटी टैंक, बंकर और विभिन्न प्रकार के रॉकेट लॉन्चर का उत्पादन किया जाना है।