Category : Science and TechPublished on: March 21 2023
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हैदराबाद स्थित 'स्वयं रोबोटिक्स' ने आत्मनिर्भर भारत पहल के हिस्से के रूप में रक्षा क्षेत्र के लिए भारत का पहला स्वदेशी चौपाया (चार पैरों वाला) रोबोट और एक्सोस्केलेटन विकसित किया है।
स्वदेशी रोबोट और एक्सोस्केलेटन हैदराबाद स्थित स्वयं रोबोटिक्स द्वारा डीआरडीओ लैब्स, रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टैब्लिशमेंट (आरएंडडीई), पुणे और डिफेंस बायोइंजीनियरिंग एंड इलेक्ट्रोमेडिकल लेबोरेटरी (डीईबीईएल), बेंगलुरु के सहयोग से विकसित किए गए है।
दोनों दोहरे उपयोग वाले रोबोट हैं और उद्योग और स्वास्थ्य सेवा दोनों में कई उपयोग में लाये जा सकते हैं।
क्वाड्रपड रोबोट चार पैरों वाले रोबोट होते हैं जो असमान और उबड़-खाबड़ इलाकों पर चल या दौड़ सकते हैं।
यह रोबोट 25 किलो पेलोड ले जा सकता है और सैनिक के साथ चल सकता है।
यह दूरस्थ टोही और निरीक्षण प्रदान करने के लिए असंरचित इलाकों में नेविगेट करने के लिए बनाया गया है, जो मनुष्यों के संचालन के लिए सुरक्षित नहीं हैं।
एक्सोस्केलेटन को भारतीय सैनिकों के एंथ्रोपोमेट्री के अनुरूप विकसित किया गया है और लंबी दूरी तक चलने के लिए सैनिक की ताकत में वृद्धि की गई है।