Category : NationalPublished on: September 01 2022
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प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नवाचार के विचार के अनुरूप, भारतीय रेलवे ने दादर, ठाणे और मुंबई मंडल के अन्य स्टेशनों पर 'मेघदूत' मशीनें स्थापित की हैं।
अद्वितीय 'मेघदूत' मशीनें हवा में जल वाष्प को पीने योग्य पानी में बदलने के लिए नवीन तकनीक का उपयोग करती हैं।
अधिकारी के अनुसार, NINFRIS नीति के तहत मध्य रेलवे के मुंबई मंडल पर 17 'मेघदूत', वायुमंडलीय जल जनरेटर कियोस्क' स्थापित करने का अनुबंध मैत्री एक्वाटेक प्राइवेट लिमिटेड को 5 साल की अवधि के लिए दिया गया है।
वायुमंडलीय जल जनरेटर (AWG) एक ऐसा उपकरण है जो परिवेशी वायु से पानी निकालता है। प्रौद्योगिकी आसपास के वातावरण से जल वाष्प निकालने के लिए संक्षेपण के विज्ञान का उपयोग करती है।
मेघदूत मशीनें शोध-संचालित हैं और इसके लिए स्रोत जल की आवश्यकता नहीं होती है। साथ ही तकनीक शून्य रखरखाव के साथ पर्यावरण के अनुकूल है।