Category : Science and TechPublished on: September 27 2022
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भारतीय सेना और रक्षा भू-सूचना विज्ञान और अनुसंधान प्रतिष्ठान (DGRE) ने संयुक्त रूप से उत्तरी सिक्किम में भारत का पहला हिमस्खलन निगरानी रडार स्थापित किया है।
रडार का उद्घाटन लेफ्टिनेंट जनरल तरन कुमार आइच, अति विशिष्ट सेवा मेडल, जनरल ऑफिसर कमांडिंग त्रिशक्ति कोर द्वारा 20 सितंबर, 2022 को सिक्किम में 15,000 फीट की ऊंचाई पर तैनात भारतीय सेना के एक फॉरवर्ड पोस्ट पर किया गया है।
यह ट्रिगर के तीन सेकंड के भीतर हिमस्खलन का पता लगाने की क्षमता रखता है और सैनिकों के जीवन को बचाने और अत्यधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में संपत्ति के नुकसान को कम करने में सहायता करेगा।
यह रडार लघु सूक्ष्म तरंग पल्सेस की एक श्रृंखला का उपयोग करता है जो तीन सेकंड से भी कम समय में हिमस्खलन का पता लगा सकता हैं।
हिमस्खलन रडार को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के विंग डीजीआरई द्वारा परिचालित किया गया है, जो हिमालयी क्षेत्र में भारतीय सेना द्वारा सामना किए जाने वाले हिमस्खलन के खतरों के पूर्वानुमान और शमन में शामिल है।