Category : InternationalPublished on: March 15 2023
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स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, 2013-17 और 2018-22 के बीच अपने हथियारों के आयात में 11 प्रतिशत की गिरावट के बावजूद, भारत 2018 से 2022 तक दुनिया का सबसे बड़ा हथियार आयातक बना हुआ है।
प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार, वैश्विक हथियारों के आयात में भारत की हिस्सेदारी पिछले पांच वर्षों में सबसे अधिक 11% थी, इसके बाद सऊदी अरब (9.6%), कतर (6.4%), ऑस्ट्रेलिया (4.7%) और चीन (4.7%) का स्थान है।
रूस 2013 से 2022 तक भारत का सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता रहा। भारतीय हथियारों के आयात में रूस की हिस्सेदारी 64% से घटकर 45% हो गई है।
फ्रांस 2018-22 के बीच भारत का दूसरा सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता बना हुआ है। फ्रांस से भारत के हथियारों के आयात में 62 लड़ाकू विमान और चार पनडुब्बी शामिल हैं।
2018-22 के बीच, चीन और मिस्र को रूस के हथियारों के निर्यात में क्रमशः 39% और 44% की वृद्धि हुई है।
2013-17 और 2018-22 के बीच पाकिस्तान द्वारा हथियारों के आयात में 14% की वृद्धि देखी गई है।
अंतरराष्ट्रीय हथियारों के हस्तांतरण के वैश्विक स्तर में 5.1% की कमी आई है।
2013-17 और 2018-22 के बीच यूरोपीय देशों द्वारा प्रमुख हथियारों के आयात में 47% की वृद्धि हुई है।
वैश्विक हथियारों के निर्यात में अमेरिकी हिस्सेदारी 33% से बढ़कर 40% हो गई है।