Category : Important DaysPublished on: April 11 2023
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होम्योपैथी के संस्थापक जर्मन चिकित्सक डॉ. सैमुअल हैनीमैन की जयंती मनाने के लिए हर साल 10 अप्रैल को 'विश्व होम्योपैथी दिवस' मनाया जाता है।
यह दिन होम्योपैथी और दुनिया भर में रोगियों के इलाज में इसके योगदान का जश्न मनाने और सम्मान करने के लिए मनाया जाता है।
होम्योपैथी के जनक डॉक्टर सैमुअल हैनीमैन का जन्म 10 अप्रैल, 1755 को पेरिस में हुआ था।
उन्होंने 18वीं शताब्दी के अंत में 'सिमिलिया सिमिलिबस क्यूरेंटुर' का सिद्धांत विकसित किया, जिसका अर्थ है 'चलो जैसा इलाज जैसा'। इस प्रकार, होम्योपैथी "लाइक क्योर लाइक" के सिद्धांत पर काम करती है।
इस साल डॉ. हैनीमैन की 268वीं जयंती मनाई जा रही है।
होम्योपैथी उपचार के लिए एक समग्र दृष्टिकोण है जिसमें शरीर की प्राकृतिक उपचार प्रक्रियाओं को उत्तेजित करने के लिए पदार्थ शामिल होते हैं।
हर साल विश्व होम्योपैथी दिवस मनाने के लिए एक विशेष थीम चुनी जाती है। इस वर्ष की थीम "एक स्वास्थ्य, एक परिवार" है। इसका उद्देश्य पड़ोस के पारिवारिक चिकित्सकों के माध्यम से लोगों के बीच होम्योपैथिक उपचार को बढ़ावा देना है।
पिछले साल विश्व होम्योपैथी दिवस की थीम 'होम्योपैथी: पीपल्स च्वाइस फॉर वेलनेस' थी।
होम्योपैथी भारत में आयुर्वेद जितनी ही लोकप्रिय है, ये दोनों ही आयुष मंत्रालय के दायरे में आते हैं।