भारत को सामाजिक सुरक्षा में उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए ISSA अवार्ड 2025 मिला।
2025 का फिजियोलॉजी या मेडिसिन में नोबेल पुरस्कार रेगुलेटरी टी कोशिकाओं की खोज के लिए दिया गया, जो ऑटोइम्यून रोगों को रोकने और चिकित्सा उपचार में अहम हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उत्कृष्ट NSS इकाइयों और स्वयंसेवकों को उनकी सामुदायिक सेवा के लिए सम्मानित करने के लिये MY Bharat-NSS अवॉर्ड्स 2022-23 प्रस्तुत किए।
जॉन मार्टिनिस, मिशेल एच. देवोरेट और जॉन क्लार्क ने 2025 का भौतिकी का नोबेल पुरस्कार बड़े सिस्टम में क्वांटम व्यवहार प्रदर्शित करने के लिए जीता, जिसने क्वांटम कंप्यूटिंग के लिए मार्ग प्रशस्त किया।
रसायन विज्ञान के 2025 नोबेल पुरस्कार से सुसुमु कितागावा, रिचर्ड रॉब्सन और ओमर यागी को मेटल-ऑर्गैनिक फ्रेमवर्क्स विकसित करने के लिए सम्मानित किया गया, जो प्रदूषण और जल संकट जैसी चुनौतियों के समाधान प्रदान करते हैं।