Category : ObituariesPublished on: February 20 2024
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जैन मुनि आचार्य विद्यासागर महाराज का 18 फ़रवरी को निधन हो गया।
10 अक्टूबर 1946 को कर्नाटक के बेलगाम जिले के सदलगा में जन्मे, प्रसिद्ध जैन संत का 'सल्लेखना' करने के बाद निधन हो गया, जो एक जैन धार्मिक प्रथा है।
विद्यासागर जी महाराज ने एक आचार्य, योगी, चिंतक, दार्शनिक और समाजसेवी, इन सभी भूमिकाओं में समाज का मार्गदर्शन किया। वे बाहर से सहज, सरल और सौम्य थे, लेकिन अंतर्मन से वज्र के समान कठोर साधक थे।
उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य व गरीबों के कल्याण के कार्यों से यह दिखाया कि कैसे मानवता की सेवा और सांस्कृतिक जागरण के कार्य एक साथ किये जा सकते हैं।
आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के निधन पर पीएम मोदी और कई दिग्गज नेताओं ने शोक व्यक्त किया।