Category : Science and TechPublished on: September 28 2022
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भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने 27 सितंबर, 2022 को बेंगलुरु में HAL की अत्याधुनिक एकीकृत क्रायोजेनिक इंजन निर्माण सुविधा (ICMF) का उद्घाटन किया है।
यह सुविधा, जो 4,500 वर्ग मीटर में फैली होगी, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के लिए संपूर्ण रॉकेट इंजन निर्माण सुविधा को पूरा करेगी।
2013 में एचएएल के एयरोस्पेस डिवीजन में क्रायोजेनिक इंजन मॉड्यूल के निर्माण की सुविधा स्थापित करने के लिए इसरो के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे। क्रायोजेनिक इंजन सुविधा के लिए समझौता ज्ञापन को बाद में 2016 में ICMF के निर्माण के लिए 208 करोड़ रुपये में संशोधित किया गया था।
एचएएल एयरोस्पेस डिवीजन पीएसएलवी, जीएसएलवी एमके-II, जीएसएलवी एमके-III के तरल प्रणोदक टैंक और लॉन्च वाहन संरचनाओं का निर्माण करता है और जीएसएलवी एमके-द्वितीय के लिए चरण एकीकरण भी करता है।
5 जनवरी 2014 को भारत ने क्रायोजेनिक इंजन (निजी उद्योगों के माध्यम से इसरो द्वारा निर्मित) के साथ जीएसएलवी-डी5 को सफलतापूर्वक उड़ाया और क्रायोजेनिक इंजन विकसित करने वाला छठा देश बन गया।