हाल के अध्ययनों से अत्यधिक तापमान से जुड़ी मृत्यु दर में चिंताजनक रुझान सामने आया है, पिछले दो दशकों में लगभग 35,000 मौतें गर्मी और ठंड के कारण हुई हैं:
अध्ययन में तापघात से 19,693 तथा ठंड से 15,197 मौतें दर्ज की गईं।
वर्ष 2015 विशेष रूप से घातक रहा, जब भीषण गर्मी और ठंड के कारण क्रमशः 1,907 और 1,147 लोगों की मृत्यु हुई।
आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पंजाब, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में हीटस्ट्रोक से संबंधित मौतें सबसे अधिक हुईं, जबकि उत्तर प्रदेश, पंजाब, बिहार, हरियाणा और झारखंड ठंड से सबसे अधिक प्रभावित हुए।