Category : Business and economicsPublished on: May 06 2022
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भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने प्रमुख ब्याज दरों में 40 आधार अंकों की वृद्धि की घोषणा की, यह अगस्त 2018 के बाद पहली वृद्धि और लगभग 11 वर्षों में सबसे तेज वृद्धि है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि बढ़ती महंगाई, भूराजनीतिक तनाव, कच्चे तेल की ऊंची कीमतों और वैश्विक स्तर पर माल की कमी को देखते हुए यह फैसला लिया गया है, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 2-4 मई, 2022 के बीच आयोजित अपनी मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में चलनिधि समायोजन सुविधा (LAF) के तहत पॉलिसी रेपो दर को पहले के 4.00% से 40 आधार अंकों (bps) से बढ़ाकर 4.40 प्रतिशत करने का निर्णय लिया है।
आरबीआई ने 21 मई, 2022 से प्रभावी नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) को भी 50 आधार अंकों से बढ़ाकर 4.50 प्रतिशत कर दिया है।