हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कैवल्यधाम के शताब्दी वर्ष समारोह का उद्घाटन किया।
कैवल्यधाम महाराष्ट्र के लोनावाला में स्थित है।
इस सम्मेलन की थीम 'स्कूल शिक्षा प्रणाली में योग का एकीकरण-विचार को प्रकट करना’ थी।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि योग विश्व समुदाय को भारत का अमूल्य उपहार है।
वर्ष 2015 से हर साल दुनिया के ज्यादातर देशों में योग दिवस मनाया जाने लगा है।
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अपने प्रस्ताव में कहा था कि योग का अभ्यास स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करता है।
कैवल्यधाम की स्थापना वर्ष 1924 में स्वामी कुवलयानन्द ने की थी।
यह पतंजलि के अष्टांग योग के सिद्धांतों और दर्शन का पालन करता है।
कैवल्यधाम पहला योग संस्थान है जो योग के लाभों और उपयोगों को प्रदर्शित करने के लिए सक्रिय रूप से वैज्ञानिक अनुसंधान करता है।