केंद्रीय रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने IIT मद्रास के साथ हाई-स्पीड ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम का प्रस्ताव करते हुए हाइपरलूप टेक्नोलॉजी पर 8.34 करोड़ रुपये की सहयोगी पहल को मंजूरी दी।
हाइपरलूप एक ऐसी तकनीक पर काम करता है जो कम दबाव वाली ट्यूबों में चुंबकीय उत्तोलन का उपयोग लोगों और सामानों को हवाई जहाज जैसी गति से ले जाने के लिए करेगी।
IIT मद्रास ने मार्च -2022 में अपने डिस्कवरी कैंपस में कॉन्टैक्टलेस पॉड प्रोटोटाइप के विकास और अपनी तरह की पहली हाइपरलूप टेस्ट सुविधा के विकास पर सहयोगात्मक कार्य करने के प्रस्ताव के साथ रेल मंत्रालय से संपर्क किया था।