Category : Science and TechPublished on: December 13 2024
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भारतीय वैज्ञानिकों ने एक महत्वपूर्ण चिकित्सा उपलब्धि हासिल करते हुए गंभीर हीमोफीलिया ए के लिए लेंटीवायरल वेक्टर का उपयोग करते हुए पहली बार मानव जीन थेरेपी विकसित की है।
भारतीय वैज्ञानिकों ने क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (सी.एम.सी.) वेल्लोर के स्टेम सेल अनुसंधान केंद्र (सी.एस.सी.आर.) में गंभीर हीमोफीलिया ए के लिए देश की पहली मानव जीन थेरेपी विकसित की और उसका सफल क्लिनिकल परीक्षण किया, जिससे रक्तस्राव दर शून्य हो गई और फैक्टर VIII का उत्पादन लंबे समय तक जारी रहा।