Category : Business and economicsPublished on: January 13 2022
Share on facebook
एक नई बचाव योजना के अंतर्गत भारत सरकार के पास Vodafone Idea में 36 प्रतिशत की हिस्सेदारी होगी।
Vodafone Idea देश का तीसरा सबसे बड़ा वायरलेस फोन ऑपरेटर है।
घोषित रूपांतरण के परिणामस्वरूप कंपनी के संस्थापकों और प्रमोटरों सहित कंपनी के सभी मौजूदा शेयरधारकों को कमजोर कर दिया जाएगा।
अरबपति मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो के प्रवेश से भारत का दूरसंचार क्षेत्र बाधित हुआ और कुछ प्रतिद्वंद्वियों को बाजार से बाहर कर दिया है। सरकार पर भारी बकाया से सेक्टर की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं।
ब्रिटेन के वोडाफोन ग्रुप और आइडिया सेल्युलर की भारत इकाई के संयोजन वोडाफोन आइडिया ने सरकार को 78.54 अरब रुपये का भुगतान किया है, लेकिन अभी भी लगभग 500 अरब रुपये बकाया है।