भारत और सिंगापुर ने समुद्री क्षेत्र में डिजिटलीकरण (डिजिटल कॉरिडोर) और डीकार्बोनाइजेशन (ग्रीन शिपिंग) को बढ़ावा देने के लिए आशय पत्र (LOI) पर हस्ताक्षर किए, जिससे ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कमी और डिजिटल समाधानों के उपयोग में तेजी आएगी।
यह साझेदारी हरित समुद्री ईंधन के उत्पादन और निर्यात में भारत की क्षमता तथा वैश्विक समुद्री केंद्र के रूप में सिंगापुर की भूमिका को मिलाकर ग्रीन और डिजिटल शिपिंग कॉरिडोर (GDSC) विकसित करने की दिशा में काम करेगी, जिससे समुद्री क्षेत्र में नवाचार और स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा।