भारतीय सरकार "सहकार टैक्सी" नामक एक सहकारी आधारित राइड-हेलिंग सेवा शुरू कर रही है, जो ओला, उबर और अन्य निजी कंपनियों को टक्कर देगी और इसका पूरा लाभ सीधे ड्राइवरों को मिलेगा।
इस सेवा के तहत दोपहिया टैक्सियों, रिक्शों और चार पहिया टैक्सियों का पंजीकरण किया जाएगा, जिससे देशभर में यात्रियों को अधिक विकल्प मिलेंगे।
इंटरनेट अपनाने में वृद्धि, बदलती जीवनशैली और बढ़ती आय के कारण भारत का टैक्सी सेवा बाजार तेजी से बढ़ रहा है, जिससे सहकार टैक्सी जैसे नए खिलाड़ियों के लिए मांग और आपूर्ति के बीच संतुलन बनाने का अवसर मिलेगा।