एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एनजीईएल) ने 1 मिलियन टनप्रति वर्ष, क्षमता तक ग्रीन हाइड्रोजन और डेरिवेटिव (ग्रीन अमोनिया, ग्रीन मेथनॉल) के विकास के लिए महाराष्ट्र सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
समझौता ज्ञापन का उद्देश्य ग्रीन हाइड्रोजन और इसके डेरिवेटिव, जैसे ग्रीन अमोनिया और ग्रीन मेथनॉल को विकसित करना है, जिसकी क्षमता प्रति वर्ष 1 मिलियन टन तक है.
समझौते में राज्य की ऊर्जा भंडारण क्षमताओं को बढ़ाने के लिए कुल 2 गीगावॉट की पंप स्टोरेज परियोजनाओं की योजना शामिल है।
भंडारण के साथ या उसके बिना अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं का विकास महाराष्ट्र के हरित ऊर्जा लक्ष्यों के साथ संरेखित करते हुए 5 गीगावॉट तक लक्षित है।
समझौता ज्ञापन लगभग 80,000 करोड़ रुपये के महत्वपूर्ण निवेश का संकेत देता है, जो सतत विकास के लिए राज्य की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में एनजीईएल के सीईओ श्री मोहित भार्गव और महाराष्ट्र सरकार के उप सचिव (ऊर्जा) श्री नारायण कराड के बीच समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान हुआ, जिसमें इस पहल के लिए उच्च स्तरीय समर्थन को रेखांकित किया गया।