Category : Business and economicsPublished on: April 30 2025
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बहुराष्ट्रीय निवेश बैंक और वित्तीय सेवा कंपनी मॉर्गन स्टेनली की हालिया रिपोर्ट से पता चलता है कि भारत में घरेलू ऋण थोड़ा बढ़ गया है, जो वित्तीय वर्ष 2025 में सकल घरेलू उत्पाद का 23.9 प्रतिशत तक पहुंच जाएगा, जो पिछले वर्ष के 23.1 प्रतिशत से अधिक है।
इस उछाल के पीछे प्रमुख कारण खुदरा ऋणों का उपयोग है, जिसमें घरों से लेकर उपभोक्ता वस्तुओं तक हर चीज के लिए व्यक्तिगत उधार शामिल है।