भारत में ग्रेटर चेन्नई पुलिस ने हवाई निगरानी में पुलिस की सहायता के लिए एक 'ड्रोन पुलिस यूनिट' की स्थापना की।
जीसीपी की एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, परियोजना की लागत लगभग 3.6 करोड़ रुपये है।
इस परियोजना का उद्घाटन तमिलनाडु के निवर्तमान पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सी सिलेंद्र बाबू ने चेन्नई के पुलिस आयुक्त शंकर जिवाल की उपस्थिति में बेसेंट एवेन्यू, अडयार में किया।
इस इकाई में तीन श्रेणियों के तहत कुल नौ ड्रोन उपलब्ध हैं: त्वरित प्रतिक्रिया निगरानी ड्रोन (6), हैवी लिफ्ट मल्टीरोटर ड्रोन (1), और लंबी दूरी के सर्वेक्षण विंग प्लेस (2)।
ये सभी ड्रोन अंतर्निहित कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) क्षमताओं से लैस हैं और इन्हें ग्राउंड स्टेशन से 5-10 किमी की दूरी तक संचालित किया जा सकता है।
थर्मल कैमरों से लैस हैवी लिफ्ट ड्रोन रात के समय भी लाइफ जैकेट तैनात कर समुद्र की लहरों में फंसे लोगों का पता लगाने और उन्हें बचाने में सक्षम है।