द हिंदू: 14 दिसंबर 2024 को प्रकाशित:
खबर में क्यों?
हाल ही में डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (DRC) में दिसंबर 2024 के पहले सप्ताह में एक अज्ञात प्रकोप हुआ है, जिसमें 400 से अधिक लोगों की जान गई। यह घटना Disease X की अवधारणा पर चिंता बढ़ा रही है, जिसमें नए और अज्ञात रोगजनकों से वैश्विक महामारी की तैयारी की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।
अब तक की कहानी:
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 2018 में Disease X की अवधारणा पेश की थी, जो एक अज्ञात रोगजनक के लिए एक प्रतीकात्मक नाम है, जो एक गंभीर महामारी फैला सकता है।
COVID-19 महामारी को Disease X का पहला उदाहरण माना जाता है, क्योंकि यह एक अप्रत्याशित और नई चुनौती थी।
कांगो का प्रकोप इस बात की गंभीर याद दिलाता है कि भविष्य की महामारियों से निपटने की तैयारियों में देरी नहीं होनी चाहिए।
WHO की प्राथमिक रोगजनकों की सूची:
WHO ने 2018 में एक प्राथमिक रोगजनकों की सूची प्रकाशित की थी, जिसमें ऐसे रोग शामिल हैं जिनसे महामारी का खतरा है और जिनके लिए पर्याप्त उपचार या टीके मौजूद नहीं हैं।
सूची में शामिल रोग हैं:
इबोला वायरस रोग
मारबर्ग वायरस रोग
लस्सा बुखार
निपाह वायरस
रिफ्ट वैली बुखार
क्रिमियन-कांगो हैमरेजिक बुखार
ज़िका वायरस
Disease X
यह सूची शोध, संसाधनों के आवंटन और वैश्विक तैयारी को दिशा देने के लिए बनाई गई है।
Disease X क्या है?
Disease X किसी विशेष बीमारी का नाम नहीं है, बल्कि यह एक अज्ञात और अप्रत्याशित रोगजनक के लिए एक प्रतीकात्मक शब्द है जो वैश्विक संकट का कारण बन सकता है।
यह “ज्ञात-अज्ञात” और “अज्ञात-अज्ञात” श्रेणियों के बीच आता है।
Disease X के संभावित कारण हो सकते हैं:
वायरस, बैक्टीरिया, परजीवी, कवक या प्रायन (जो मस्तिष्क रोगों का कारण बनते हैं)।
1940 से अब तक लगभग 70% नई बीमारियां ज़ूनोटिक रही हैं, जो जानवरों से मनुष्यों में फैली हैं। यह मुख्य रूप से वनों की कटाई, शहरीकरण और कृषि विस्तार के कारण होता है।
नए रोगों के उभरने के पैटर्न:
HIV, SARS, MERS और इबोला जैसी बीमारियों का उभरना मानव गतिविधियों से जुड़े पारिस्थितिकीय व्यवधानों के कारण हुआ है:
वनों की कटाई
शहरीकरण
जलवायु परिवर्तन
वैज्ञानिकों के अनुसार 1.7 मिलियन से अधिक अज्ञात वायरस वन्यजीवों में मौजूद हैं, जिनमें से कई मानवों को संक्रमित कर सकते हैं।
कांगो बेसिन जैसे क्षेत्र, जहां जैव विविधता अधिक है और स्वास्थ्य सुविधाएं कमजोर हैं, अधिक जोखिम में हैं।
वैश्वीकरण और अंतर्राष्ट्रीय यात्रा के कारण स्थानीय रोग वैश्विक महामारी का रूप ले सकते हैं, जैसा कि COVID-19 के साथ हुआ।
Disease X की भविष्यवाणी करने की चुनौतियां:
Disease X का उभरना अप्रत्याशित है क्योंकि यह कई कारकों पर निर्भर करता है:
ज़ूनोटिक स्पिलओवर
रोगजनकों का म्यूटेशन
प्रयोगशाला दुर्घटनाएं या जैविक हमले
जलवायु परिवर्तन रोगजनकों के प्रसार को प्रभावित कर रहा है, जिससे उनकी अनुकूलनशीलता बढ़ रही है।
वर्तमान तकनीक, जैसे जीनोमिक अनुक्रमण और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, संभावित खतरों की पहचान करने में मदद कर रही है, लेकिन सटीक भविष्यवाणी अभी भी कठिन है।
वैश्विक सहयोग की आवश्यकता:
Disease X से निपटने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग जरूरी है।
WHO की प्राथमिक रोगजनक सूची और प्रस्तावित महामारी संधि वैश्विक स्वास्थ्य आपात स्थितियों के लिए एकीकृत प्रतिक्रिया को प्रोत्साहित करती हैं।
नगोया प्रोटोकॉल जैसे समझौते जैविक संसाधनों के निष्पक्ष उपयोग को सुनिश्चित कर सकते हैं।
डेटा साझा करना, संसाधनों का एकत्रीकरण, और वैक्सीन और उपचारों की समान उपलब्धता महत्वपूर्ण है।
Coalition for Epidemic Preparedness Innovations (CEPI) जैसी संस्थाएं नई बीमारियों की पहचान के 100 दिनों के भीतर समाधान विकसित करने के लिए निवेश कर रही हैं।
निष्कर्ष:
कांगो का प्रकोप एक गंभीर चेतावनी है कि:
निगरानी प्रणाली मजबूत की जाए
स्वास्थ्य अवसंरचना में निवेश हो
वैश्विक एकता और सहयोग को बढ़ावा मिले
Disease X का उभरना अपरिहार्य है। दुनिया को इसके लिए तैयार रहना होगा ताकि भविष्य की पीढ़ियों को महामारी के विनाशकारी प्रभावों से बचाया जा सके। कहीं भी एक नई बीमारी उभरना, सभी के लिए खतरा है।