उत्तर प्रदेश (UP), जो भारत की सांस्कृतिक धरोहर, ऐतिहासिक स्मारकों, धार्मिक स्थलों और प्राकृतिक सौंदर्य का प्रतीक है, आज पर्यटन के क्षेत्र में अभूतपूर्व वृद्धि का अनुभव कर रहा है। वर्ष 2025 में राज्य लगभग 1.3 अरब पर्यटकों का स्वागत करने की संभावना रखता है — जो पिछले वर्ष के 65 करोड़ और 2023 के 48 करोड़ पर्यटकों की तुलना में दोगुना और तिगुना है। इस प्रकार उत्तर प्रदेश भारत का सबसे अधिक भ्रमण किया जाने वाला राज्य बन गया है।
प्रमुख पर्यटन स्थल
- ताजमहल (आगरा): विश्व धरोहर स्थल और विश्व के सात अजूबों में से एक।
- वाराणसी: विश्व के सबसे प्राचीन जीवित शहरों में से एक, जहाँ हर वर्ष 1.1 करोड़ से अधिक पर्यटक आते हैं।
- अयोध्या: राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण के बाद 2024 से धार्मिक पर्यटन में भारी वृद्धि।
- प्रयागराज: महाकुंभ मेला का केंद्र, जो करोड़ों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।
- लखनऊ: नवाबी तहज़ीब, ऐतिहासिक इमारतों और खानपान के लिए प्रसिद्ध।
- मथुरा–वृंदावन: भगवान श्रीकृष्ण के जीवन और उत्सवों का केंद्र।
- दुधवा नेशनल पार्क: प्रमुख वन्यजीव अभयारण्य, जो इको-टूरिज़्म के लिए प्रसिद्ध है।
उत्तर प्रदेश के 12 पर्यटन सर्किट
राज्य ने पर्यटन को व्यवस्थित और गहन अनुभव प्रदान करने के लिए 12 विशेष पर्यटन सर्किट विकसित किए हैं, जिनका उद्देश्य सांस्कृतिक, धार्मिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक विविधता को प्रदर्शित करना है।
- कृष्ण सर्किट: मथुरा, वृंदावन, गोवर्धन, बरसाना, नंदगाँव आदि।
- बौद्ध सर्किट: सारनाथ, कुशीनगर, कपिलवस्तु, श्रावस्ती।
- रामायण सर्किट: अयोध्या, चित्रकूट, श्रृंगवेरपुर।
- महाभारत सर्किट: हस्तिनापुर, काम्पिल्य, बर्नावा।
- शक्तिपीठ सर्किट: विंध्याचल, शकुंभरी, ज्वालादेवी, कालिंजर किला।
- आध्यात्मिक सर्किट: वाराणसी, प्रयागराज, नैमिषारण्य, बिठूर।
- जैन सर्किट: हस्तिनापुर, देवगढ़, कुंडलपुर।
- वन्यजीव एवं इको-टूरिज्म सर्किट: दुधवा, कतरनियाघाट, चंद्रप्रभा अभयारण्य।
- बुंदेलखंड सर्किट: झांसी, ओरछा, चित्रकूट, महोबा।
- अवध सर्किट: लखनऊ, फैज़ाबाद, बाराबंकी।
- तराई सर्किट: पीलीभीत टाइगर रिजर्व, दुधवा, लखीमपुर खीरी।
- हेरिटेज आर्क सर्किट: आगरा, लखनऊ, वाराणसी — राज्य का “गोल्डन ट्रायंगल”।
इन सर्किटों के माध्यम से पर्यटक उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत, धार्मिक महत्व, ऐतिहासिक धरोहर और प्राकृतिक सौंदर्य का संगठित और गहन अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। यह मॉडल सतत पर्यटन (Sustainable Tourism) को प्रोत्साहित करता है, स्थानीय रोजगार को बढ़ावा देता है और राज्य की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाता है, जिससे पर्यटन विकास के लाभ आम नागरिकों तक पहुँचते हैं।