द हिंदू: 7 नवंबर 2025 को प्रकाशित।
समाचार में क्यों है?
अमेरिकी LNG (Liquefied Natural Gas) उत्पादकों ने 2025 के पहले 10 महीनों में रिकॉर्ड स्तर के दीर्घकालिक अनुबंध (29.5 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष) किए हैं, जबकि शुल्क बढ़ रहे हैं और वैश्विक गैस आपूर्ति अधिशेष (glut) की आशंका बनी हुई है।
पृष्ठभूमि:
रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद ऊर्जा पुनर्गठन:
यूरोपीय और एशियाई देश रूसी गैस पर निर्भरता कम करने के लिए अमेरिकी LNG की ओर झुक रहे हैं।
प्रो-एनर्जी अमेरिकी नीति:
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2025 में पद संभालते ही नए LNG निर्यात प्रोजेक्ट्स पर लगी रोक हटाई और यूरोप के साथ $750 बिलियन के ऊर्जा सौदे किए।
डाटा सेंटर और AI से ऊर्जा मांग:
AI आधारित डाटा सेंटरों और एशिया के कई देशों द्वारा कोयले की जगह गैस प्रयोग से LNG की मांग बढ़ रही है।
प्रमुख विकास:
2025 में 29.5 mtpa के अनुबंध, जो 2024 की तुलना में चार गुना हैं।
शुल्क वृद्धि: तरलीकरण शुल्क औसतन 15% बढ़े।
Venture Global: $2.30/mmBtu
Cheniere: $2.75/mmBtu
Woodside: $2.90/mmBtu
नया निवेश: 61.5 mtpa अतिरिक्त क्षमता जो 2029 तक दोगुनी हो सकती है।
अमेरिका 2030 तक वैश्विक LNG का एक-तिहाई निर्यातक बन सकता है।
चुनौतियाँ:
निर्माण लागत में 20% तक वृद्धि, श्रमिक और उपकरण महँगे।
अधिशेष की आशंका: अमेरिका और क़तर से नई आपूर्ति आने पर वैश्विक कीमतें घट सकती हैं।
वित्तीय जोखिम: दीर्घकालिक अनुबंध जरूरी ताकि प्रोजेक्ट लाभकारी बने रहें।
आर्थिक व रणनीतिक प्रभाव
अमेरिका के लिए:
वैश्विक ऊर्जा नेतृत्व मजबूत।
रोजगार और निर्यात राजस्व में वृद्धि।
आयातक देशों के लिए:
रूसी ऊर्जा पर निर्भरता में कमी।
दीर्घकालिक अनुबंधों से आपूर्ति सुनिश्चित पर लागत अधिक।
वैश्विक प्रभाव:
भविष्य में कीमतों में कमी की संभावना।
अमेरिका, क़तर और ऑस्ट्रेलिया में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।
उद्योग प्रतिक्रियाएँ:
आशावादी पक्ष:
वुडसाइड और वेंचर ग्लोबल का मानना है कि डेटा सेंटर और एशियाई बिजली मांग LNG के दीर्घकालिक बाजार को मजबूत रखेगी।
सावधानीपूर्ण दृष्टिकोण:
रैपिडन एनर्जी के एलेक्स मंटन के अनुसार “यह तेज़ी लंबे समय तक नहीं चल सकती।”
भविष्य दृष्टि: