द हिंदू: 3 फरवरी 2025 को प्रकाशित:
चर्चा में क्यों है?
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्यापक टैरिफ की घोषणा की:
कनाडा और मैक्सिको से आयात पर 25% शुल्क
चीन से आयातित सामान पर 10% अतिरिक्त शुल्क
इस निर्णय के आर्थिक और भू-राजनीतिक प्रभाव होंगे, खासकर उत्तर अमेरिकी आपूर्ति श्रृंखलाओं और वैश्विक व्यापार संबंधों पर।
संभावित व्यापार युद्ध की आशंका, खासकर चीन के साथ।
आर्थिक प्रभाव
कनाडा और मैक्सिको पर प्रभाव
ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर:
ऑटो उद्योग को बड़ा झटका लग सकता है, क्योंकि अमेरिका, कनाडा और मैक्सिको की आपूर्ति श्रृंखला आपस में गहराई से जुड़ी हुई है।
ओंटारियो का ऑटो सेक्टर विशेष रूप से प्रभावित होगा क्योंकि वाहन निर्माण में विभिन्न पुर्जे कई बार सीमा पार करते हैं।
ऊर्जा क्षेत्र:
कनाडा के तेल, बिटुमेन और प्राकृतिक गैस निर्यात पर 10% का नया शुल्क लगाया गया है, जिससे लागत बढ़ेगी।
निर्माण और आवास क्षेत्र:
सॉफ्टवुड लकड़ी और जिप्सम पर शुल्क लगाने से अमेरिका में घर बनाने की लागत बढ़ सकती है।
कृषि और खाद्य कीमतें:
मैक्सिको अमेरिका के 63% सब्जी आयात और 80% एवोकाडो की आपूर्ति करता है—इससे खाद्य कीमतों में वृद्धि होगी।
व्यापार समझौते पर असर:
ये शुल्क USMCA व्यापार समझौते (अमेरिका-कनाडा-मेक्सिको समझौता) का उल्लंघन कर सकते हैं, जिससे कानूनी विवाद हो सकते हैं।
अमेरिका पर प्रभाव
मुद्रास्फीति (महंगाई) बढ़ेगी, क्योंकि आयात की लागत बढ़ जाएगी।
ऑटो, इलेक्ट्रॉनिक्स और निर्माण उद्योग में आपूर्ति श्रृंखला बाधित हो सकती है।
कनाडा और मैक्सिको में मंदी का खतरा, जिससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ सकता है।
चीन पर प्रभाव
10% टैरिफ चीन के लिए बड़ा झटका नहीं, क्योंकि उसने पहले ही ऐसे प्रतिबंधों की संभावना पर विचार किया था।
चीन प्रतिशोधी कार्रवाई के लिए तैयार है, जिसमें संभावित WTO में कानूनी चुनौती और व्यापार प्रतिबंध शामिल हो सकते हैं।
अमेरिका-चीन के बीच नए व्यापार युद्ध की संभावना बढ़ सकती है, जिससे वैश्विक अनिश्चितता बढ़ेगी।
राजनीतिक और भू-राजनीतिक प्रभाव
"अमेरिका फर्स्ट" नीति:
ट्रंप का यह कदम उनकी राष्ट्रवादी व्यापार नीतियों के अनुरूप है, जिससे घरेलू उद्योगों को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है।
कनाडा और मैक्सिको की प्रतिक्रिया:
मैक्सिकन राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने प्रतिशोधी टैरिफ की घोषणा की।
कनाडा इस कदम को कानूनी रूप से चुनौती दे सकता है और जवाबी कार्रवाई कर सकता है।
चीन की प्रतिक्रिया:
चीन ने इस कदम की कड़ी आलोचना की और कहा कि वह WTO में मामला दर्ज करेगा।
अमेरिकी घरेलू राजनीति:
ट्रंप इस टैरिफ को 2026 USMCA समीक्षा के लिए मोलभाव करने का एक तरीका बना सकते हैं।
2024 के राष्ट्रपति चुनाव से पहले यह उनके लिए राजनीतिक रणनीति भी हो सकती है, जिससे वे कामकाजी वर्ग के मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं।
व्यापार और बाजार पर प्रभाव
बाजार में अस्थिरता:
निवेशक बढ़ती महंगाई और आपूर्ति श्रृंखला की समस्याओं को लेकर चिंतित हैं।
वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला पर प्रभाव:
ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स और निर्माण सामग्री उद्योग में लागत बढ़ेगी और व्यापार प्रभावित होगा।
व्यापारिक प्रतिक्रिया:
कुछ कनाडाई कंपनियां अमेरिकी उत्पादों का बहिष्कार करने पर विचार कर रही हैं।
ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत ने अमेरिकी शराब ब्रांडों को अपने स्टोर से हटाने की घोषणा की।
संभावित भविष्य परिदृश्य
अल्पकालिक:
USMCA के तहत कानूनी विवाद हो सकता है।
कनाडा, मैक्सिको और चीन की जवाबी कार्रवाई देखने को मिल सकती है।
मध्यम अवधि:
अमेरिका में वाहनों, इलेक्ट्रॉनिक्स, आवास और खाद्य वस्तुओं की कीमतें बढ़ सकती हैं।
कंपनियां उच्च टैरिफ से बचने के लिए आपूर्ति श्रृंखला को पुनर्गठित कर सकती हैं।
दीर्घकालिक:
USMCA समझौते पर पुनर्विचार हो सकता है या व्यापार तनाव और बढ़ सकता है।
यदि चीन ने कठोर प्रतिक्रिया दी, तो अमेरिका-चीन के बीच लंबे व्यापार युद्ध की शुरुआत हो सकती है।
निष्कर्ष:
ट्रंप के नए टैरिफ उत्तर अमेरिकी व्यापार, महंगाई और कूटनीतिक संबंधों को प्रभावित कर सकते हैं। जहां कनाडा और मैक्सिको को गंभीर आर्थिक नुकसान होने की संभावना है, वहीं चीन इस चुनौती के लिए तैयार दिख रहा है। यह कदम एक राजनीतिक रणनीति भी हो सकता है, जिसके वैश्विक आर्थिक प्रभाव हो सकते हैं।