द हिंदू: 4 फरवरी 2025 को प्रकाशित:
चर्चा में क्यों है?
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2025 में व्हाइट हाउस में वापसी के तुरंत बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से अमेरिका की वापसी की घोषणा की।
यह उनका दूसरा प्रयास है; उन्होंने 2020 में भी WHO छोड़ने का प्रयास किया था, जिसे जो बाइडेन प्रशासन ने पलट दिया था।
अमेरिका के WHO से हटने के कारण
चीन के पक्षपात का आरोप: ट्रंप ने WHO पर COVID-19 महामारी के कुप्रबंधन और चीन के प्रति झुकाव का आरोप लगाया।
अमेरिकियों के बीच बढ़ती नकारात्मक भावना: Pew Research Center के सर्वे में दिखा कि कई अमेरिकी WHO को लाभकारी नहीं मानते।
राजनीतिक ध्रुवीकरण: डेमोक्रेट्स की तुलना में रिपब्लिकन समर्थक WHO को कम महत्वपूर्ण मानते हैं।
"अमेरिका फर्स्ट" नीति: ट्रंप की प्राथमिकता वैश्विक संगठनों पर अमेरिका की निर्भरता कम करना रही है।
प्रभाव और परिणाम
a) वैश्विक स्वास्थ्य पर प्रभाव
WHO के वित्त पर गहरा असर: अमेरिका WHO को सबसे ज्यादा (~15%) फंडिंग देता था, इसकी वापसी से कई स्वास्थ्य कार्यक्रम प्रभावित होंगे।
WHO की योजनाओं पर असर: पोलियो उन्मूलन, महामारी रोकथाम, और आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं सबसे ज्यादा प्रभावित होंगी।
b) भू-राजनीतिक प्रभाव
वित्तीय शून्य: अमेरिका की भरपाई करने वाला कोई और देश नहीं है, जिससे WHO की स्थिरता पर खतरा है।
चीन का प्रभाव बढ़ सकता है: अमेरिका की गैर-भागीदारी से चीन WHO में अपनी भूमिका बढ़ा सकता है।
यूरोपीय देशों की भूमिका?: जर्मनी और ब्रिटेन जैसे देश फंडिंग बढ़ाने का प्रयास कर सकते हैं, लेकिन वे अमेरिका की जगह नहीं ले पाएंगे।
c) अमेरिका में घरेलू प्रभाव
राजनीतिक ध्रुवीकरण तेज होगा: रिपब्लिकन WHO को अनावश्यक मानते हैं, जबकि डेमोक्रेट इसका समर्थन करते हैं।
वैज्ञानिक सहयोग बाधित हो सकता है: अमेरिकी शोधकर्ताओं और WHO के बीच सहयोग खत्म होने से वैश्विक स्वास्थ्य अनुसंधान प्रभावित होगा।
संभावित भविष्य के परिदृश्य
क्या अमेरिकी शेयरों में भारी उछाल से चकित वैश्विक निवेशक फिर से इसमें निवेश करेंगे?
Read Moreनई, हरित विद्युत रासायनिक प्रक्रिया मूत्र को पौधों के ईंधन में बदल देती है
Read Moreक्या मणिपुर के उग्रवादी स्टारलिंक डिवाइस का इस्तेमाल कर रहे हैं?
Read Moreक्या आरक्षण 50% की सीमा से अधिक होना चाहिए?
Read Moreउधमपुर (जम्मू और कश्मीर) में भूकंपीय वेधशाला
Read More