द हिंदू: 13 जून 2025 को प्रकाशित:
समाचार में क्यों:
विद्युत मंत्रालय ने देश में नए एयर कंडीशनर की तापमान सीमा को 20°C से 28°C तक सीमित करने पर विचार किया है ताकि ऊर्जा की बचत हो सके और स्वास्थ्य संबंधी लाभ मिल सकें।
पृष्ठभूमि:
वर्ष 2018 और 2021 में भी 24°C को डिफ़ॉल्ट तापमान के रूप में लागू करने पर चर्चा हुई थी।
BEE की रिपोर्ट के आधार पर, मंत्रालय ने एसी कंपनियों के साथ बातचीत की थी।
ऊर्जा पक्ष:
AC का तापमान 1°C बढ़ाने पर 6% बिजली की बचत होती है।
यदि सभी उपयोगकर्ता 24°C पर एसी चलाएं, तो 20 अरब यूनिट बिजली सालाना बच सकती है।
एसी का कंप्रेसर चरण सबसे ज्यादा बिजली खपत करता है — यह तब और बढ़ता है जब तापमान कम किया जाता है।
स्वास्थ्य प्रभाव:
18°C से कम तापमान पर रहने से:
ब्लड प्रेशर बढ़ता है
सांस की बीमारियों और दमा की संभावना
बच्चों और बुजुर्गों में फेफड़े कमजोर
डिप्रेशन और चिंता का खतरा दोगुना हो जाता है
वैश्विक परिप्रेक्ष्य:
2022 में दुनिया भर में 2 अरब एसी उपयोग में थे
एशिया-प्रशांत में 43% लोगों को अभी भी पर्याप्त कूलिंग की जरूरत है
IEA जैसी संस्थाएं किफायती और स्थायी कूलिंग पर जोर देती हैं
आरामदायक तापमान:
ASHRAE-55 मानक के अनुसार:
20–24°C को आरामदायक माना जाता है
शरीर को पसीना या ठिठुरन के बिना स्थिर तापमान बनाए रखना चाहिए
नींद और विशेष आयु वर्ग:
16–19°C पर अच्छी नींद आती है
शिशु और बुजुर्गों को ~19°C अधिक अनुकूल लगता है
निष्कर्ष:
AC तापमान विनियमन का प्रस्ताव:
ऊर्जा संरक्षण, जनस्वास्थ्य की सुरक्षा, और
पर्यावरणीय संतुलन को ध्यान में रखकर लाया गया है
यह उपयोगकर्ता सुविधा और ऊर्जा कुशलता के बीच संतुलन बनाता है
20–28°C की स्थिर सीमा भविष्य में एसी निर्माण के लिए एक मानक बन सकती है।