राष्ट्रीय खेल और साहसिक पुरस्कार 2022 का अवलोकन

राष्ट्रीय खेल और साहसिक पुरस्कार 2022 का अवलोकन

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स्रोत: पीआईबी

खबरों में क्यों?

हाल ही में टेबल टेनिस के दिग्गज अचंता शरथ कमल को राष्ट्रमंडल खेलों, 2022 में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रीय खेल और साहसिक पुरस्कार 2022 के रूप में मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

अन्य पुरस्कारों में द्रोणाचार्य पुरस्कार, खेलों में लाइफटाइम अचीवमेंट के लिये ध्यानचंद पुरस्कार, राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार, मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी के साथ-साथ तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार शामिल हैं।

प्रमुख बिंदु

मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार:

  • यह पूर्व में राजीव गांधी खेल रत्न के रूप में जाना जाता था। यह चार साल की अवधि में एक खिलाड़ी द्वारा खेल के क्षेत्र में शानदार और सबसे उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये युवा मामलों और खेल मंत्रालय द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च खेल पुरस्कार है।
  • इसमें 25 लाख रुपए का नकद पुरस्कार, एक पदक और सम्मान पत्र दिया जाता है।
  • खेल रत्न पुरस्कार वर्ष 1991-1992 में स्थापित किया गया था और पहले प्राप्तकर्त्ता शतरंज के दिग्गज विश्वनाथन आनंद थे।

अर्जुन पुरस्कार:

  • यह वर्ष 1961 में भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय खेल आयोजनों में उत्कृष्ट उपलब्धि की पहचान करने के लिये स्थापित किया गया था।
  • यह विगत चार वर्षों की अवधि में अच्छा प्रदर्शन और नेतृत्त्व करने, खेल कौशल और अनुशासन की भावना दर्शाने हेतु दिया जाता है।
  • इस पुरस्कार के अंतर्गत 15 लाख रुपए का नकद पुरस्कार, अर्जुन की एक कांस्य प्रतिमा और एक सम्मान पत्र दिया जाता है।

द्रोणाचार्य पुरस्कार:

  1. यह वर्ष 1985 में भारत सरकार द्वारा खेल संबंधी कोचिंग में उत्कृष्टता को मान्यता देने के लिये स्थापित किया गया था।
  2. यह प्रशिक्षकों को निरंतर आधार पर उत्कृष्ट और मेधावी कार्य करने और खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उत्कृष्टता प्राप्त करने में सक्षम बनाने के लिये दिया जाता है।
  3. इसमें 15 लाख रुपए का नकद पुरस्कार, द्रोणाचार्य की एक कांस्य प्रतिमा और एक सम्मान पत्र दिया जाता है।

ध्यानचंद पुरस्कार:

  1. यह वर्ष 2002 में स्थापित किया गया था और इसके अंतर्गत ध्यानचंद की एक प्रतिमा, 10 लाख रुपए का नकद पुरस्कार, एक प्रमाण पत्र और एक समारोहिक पोशाक शामिल है।
  2. यह खिलाड़ियों द्वारा अपने प्रदर्शन से खेलों में योगदान देने और सेवानिवृत्ति के बाद खेल आयोजनों को प्रोत्साहित करने में योगदान देना जारी रखने वालों को सम्मानित करने के लिये दिया जाता है।

मौलाना अबुल कलाम आज़ाद ट्रॉफी:

  • यह वर्ष 1956-1957 में स्थापित किया गया था।
  • यह विश्वविद्यालय स्तर के खेल प्रदर्शन के लिये है।
  • यह विगत एक वर्ष की अवधि में "अंतर-विश्वविद्यालय टूर्नामेंट में शीर्ष प्रदर्शन" के लिये एक विश्वविद्यालय को दिया जाता है।

राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार:

यह पुरस्कार कॉर्पोरेट संस्थाओं (निजी और सार्वजनिक दोनों क्षेत्रों में), खेल नियंत्रण बोर्डों, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर खेल निकायों सहित गैर सरकारी संगठनों को दिया जाता है जिन्होंने खेल को प्रोत्साहित करने और विकास के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार:

यह पुरस्कार प्रतिवर्ष एडवेंचर के क्षेत्र में संबंधित व्यक्तियों की उल्‍लेखनीय उपलब्धियों को सराहने, युवा लोगों को चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में धीरज, जोखिम लेने, सहकारी टीम वर्क और तुरंत, सक्षम एवं प्रभावकारी कदम उठाने की भावना विकसित करने के लिये प्रोत्साहित करने, और युवा लोगों को साहसिक गतिविधियों या कार्यों में शामिल होने हेतु प्रोत्साहन प्रदान करने के लिये दिया जाता हैं।

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