जियो ब्लैकरॉक कम लागत वाली रणनीति के साथ फंड क्षेत्र में हलचल मचाने वाला है

जियो ब्लैकरॉक कम लागत वाली रणनीति के साथ फंड क्षेत्र में हलचल मचाने वाला है

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द हिंदू: 9 जुलाई 2025 को प्रकाशित:

 

खबर में क्यों है?

Jio Financial Services और वैश्विक निवेश दिग्गज BlackRock की संयुक्त उपक्रम कंपनी Jio BlackRock Asset Management ने भारत के म्यूचुअल फंड क्षेत्र में प्रवेश कर लिया है। इसने अपनी पहली New Fund Offer (NFO) से ₹17,800 करोड़ से अधिक की राशि जुटाई है और अब यह साल के अंत तक लगभग दर्जनभर इक्विटी और डेट फंड लॉन्च करने की योजना बना रही है। इसकी रणनीति पारंपरिक वितरकों (distributors) को हटाकर और लागत घटाकर खुदरा निवेशकों को सीधे सेवाएं देने की है।

 

पृष्ठभूमि:

Reliance समूह से अलग होकर बनी Jio Financial Services और अमेरिका स्थित $11.6 ट्रिलियन संपत्ति प्रबंधक BlackRock का यह साझा उद्यम है। यह भारत के ₹72.2 ट्रिलियन के म्यूचुअल फंड बाजार में उस संरचना को चुनौती देने आ रहा है जिसमें अब तक वितरण एजेंटों और अधिक शुल्क के माध्यम से निवेशकों तक पहुंच बनाई जाती रही है।

 

मुख्य विशेषताएं:

यह फंड केवल ₹500 के न्यूनतम निवेश से शुरू किए जा सकेंगे, जिससे आम लोग भी आसानी से निवेश कर सकें।

फंड सीधे निवेशकों को बेचे जाएंगे, जिससे डिस्ट्रिब्यूटर कमीशन नहीं देना पड़ेगा और कुल खर्च (Expense Ratio) कम होगा।

यह मॉडल "Direct-only" होगा, जिससे वितरण लागत समाप्त हो जाएगी।

BlackRock का उन्नत निवेश प्लेटफ़ॉर्म Aladdin भारतीय निवेशकों को जोखिम प्रबंधन और पोर्टफोलियो अनुकूलन में मदद करेगा।

 

क्यों यह एक बड़ा बदलाव है:

भारत में अब भी अधिकांश फंड एजेंटों के माध्यम से बेचे जाते हैं, जिनमें कुल शुल्क (TER) 2% तक हो सकता है। जबकि डायरेक्ट प्लान में यह खर्च लगभग 0.5% से 0.6% तक घट जाता है। Jio BlackRock का डायरेक्ट-से-वितरण मॉडल निवेशकों के लिए ज्यादा फायदेमंद और पारदर्शी साबित हो सकता है।

Jio के पास 475 मिलियन मोबाइल सब्सक्राइबर्स हैं और इसके डिजिटल प्लेटफार्म (जैसे MyJio, Jio Finance) पर 80 लाख से ज्यादा सक्रिय वित्तीय उपयोगकर्ता हैं, जिन तक यह फंड पहुँचाया जाएगा।

 

वर्तमान बाजार स्थिति:

भारत का म्यूचुअल फंड बाजार लगातार बढ़ रहा है, लेकिन Passive Funds (जो बाजार सूचकांक को फॉलो करते हैं) का हिस्सा अभी भी सिर्फ 16.78% है। हालांकि इसमें हर साल 25% से ज्यादा की बढ़ोतरी हो रही है। Jio BlackRock इस क्षेत्र को विस्तार देने का प्रयास करेगा।

 

संभावित प्रभाव:

कम निवेश सीमा और कम खर्च के कारण छोटे निवेशकों के लिए बड़ा अवसर।

पारंपरिक म्यूचुअल फंड कंपनियों पर लागत घटाने और टेक्नोलॉजी सुधारने का दबाव बढ़ेगा।

डिजिटल तकनीक की मदद से निवेश अब सुलभ और व्यापक हो जाएगा।

 

आने वाली चुनौतियां:

ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में निवेश संबंधी जागरूकता की कमी।

SEBI से नियामकीय अनुमतियां।

डिजिटल सेवाओं के साथ विश्वसनीय ग्राहक सहायता और सुरक्षा बनाए रखना।

 

निष्कर्ष:

Jio BlackRock भारत के निवेश क्षेत्र में Jio के टेलिकॉम में लाए गए बदलाव की तरह ही क्रांति ला सकता है। इसकी रणनीति टेक्नोलॉजी, सस्ता वितरण और निवेश की पहुंच को मिलाकर एक नया युग शुरू करने की ओर संकेत करती है — जहां हर भारतीय छोटे निवेश से भी बड़े वित्तीय लक्ष्यों की ओर बढ़ सकता है।

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