द हिंदू: 6 अप्रैल 2025 को प्रकाशित:
समाचारों में क्यों? (Why in News)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनवरी 2025 में श्रीलंका यात्रा के दौरान 7 महत्वपूर्ण समझौतों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए गए, जो रक्षा, ऊर्जा, स्वास्थ्य, डिजिटलीकरण और सांस्कृतिक सहयोग से संबंधित हैं।
भारत ने $100 मिलियन के ऋण को अनुदान (grant) में बदला और बाकी ऋणों पर ब्याज दरें घटा दीं, जिससे श्रीलंका की आर्थिक पुनर्प्राप्ति में मदद मिलेगी।
यह दौरा भारत की "पड़ोसी पहले" (Neighbourhood First) नीति और क्षेत्रीय सहयोग को और सशक्त करता है।
मुख्य समझौते-
रक्षा सहयोग समझौता (Defence Cooperation MoU) – रक्षा संबंधों को एक संरचित रूप देने हेतु।
ऊर्जा सहयोग (Energy Sector Cooperation):
इस यात्रा का महत्व (Significance of the Visit)-
रक्षा एवं सुरक्षा आयाम (Defence & Security Dimension)-
रक्षा MoU के अंतर्गत:
श्रीलंकाई राष्ट्रपति ने आश्वासन दिया कि श्रीलंका की धरती का भारत विरोधी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल नहीं होने दिया जाएगा।
ऊर्जा और बुनियादी ढांचा (Energy & Infrastructure)-
भारत-UAE-श्रीलंका त्रिपक्षीय ऊर्जा साझेदारी त्रिंकोमाली को ऊर्जा केंद्र बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण।
सौर ऊर्जा संयंत्र और कोल्ड स्टोरेज परियोजना श्रीलंका की सतत विकास रणनीति को बढ़ावा देंगे।
आर्थिक प्रभाव (Economic Impact)-
सांस्कृतिक और धार्मिक संबंध (Cultural & Religious Ties)-
भू-राजनीतिक प्रभाव (Geopolitical Significance)-
निष्कर्ष (Conclusion)-
भारत और श्रीलंका के बीच यह व्यापक सहयोग — रक्षा से लेकर संस्कृति तक — बहुआयामी रणनीतिक भागीदारी को दर्शाता है। यह भारत की क्षेत्रीय नेतृत्व क्षमता, सामरिक संवेदनशीलता, और सांस्कृतिक जुड़ाव को मज़बूत करता है।