द हिंदू: 11 दिसंबर 2025 को प्रकाशित।
1. चर्चा में क्यों है?
अमेरिका द्वारा 20% टैरिफ लगाने के बाद चीनी कंपनियों ने बड़े पैमाने पर वियतनाम की ओर रुख किया है।
चीनी निवेश वियतनाम में सबसे तेज़ गति से बढ़ रहा है और वियतनाम के चीन से आयात रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गए हैं।
वियतनाम, जो पहले चीन के प्रति सतर्क था, अब सुरक्षा-संवेदनशील क्षेत्रों (Huawei, ZTE, COMAC, हाई-स्पीड रेल) में भी चीन के साथ सहयोग कर रहा है।
इससे वियतनाम की यूएस–चीन बैलेंसिंग स्ट्रेटेजी प्रभावित होती दिख रही है—विशेषज्ञों के अनुसार देश एक “torn country” बन सकता है।
2. पृष्ठभूमि:
1990s से वियतनाम की अर्थव्यवस्था अमेरिका से गहराई से जुड़ी है।
चीन और वियतनाम के बीच 1979 का युद्ध और दक्षिण चीन सागर विवाद लंबे समय से तनाव का कारण रहे हैं।
अमेरिका वियतनाम को अपनी सप्लाई चेन डाइवर्सिफिकेशन रणनीति में महत्वपूर्ण मानता है।
लेकिन हालिया वर्षों में चीन–वियतनाम संबंधों में भू-राजनीतिक गर्माहट बढ़ी है।
3. मुख्य समस्याएँ:
(a) अमेरिका–वियतनाम संबंधों में तनाव
अमेरिकी टैरिफ को वियतनाम ने दंडात्मक कदम माना।
इससे आर्थिक झुकाव चीन की ओर बढ़ा।
(b) सुरक्षा संबंधी जोखिम:
Huawei और ZTE को संवेदनशील तकनीकी कॉन्ट्रैक्ट
चीन के हाई-स्पीड रेल और COMAC एयरक्राफ्ट की अनुमति
यह पहले सुरक्षा कारणों से रोका गया था।
(c) बढ़ती चीनी आर्थिक पकड़:
वियतनाम का चीन से आयात: $168 बिलियन (30% वृद्धि)
इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स का भारी आयात—जो आगे अमेरिका को निर्यात किए जाते हैं।
चीन की EV कंपनियाँ (BYD, Yadea) तेजी से बाज़ार पर कब्ज़ा कर रही हैं।
(d) युवा पीढ़ी में एंटी-चाइना भावनाएँ कम होना:
इससे चीनी प्रोडक्ट्स और ब्रांड्स के लिए ज़मीन तैयार हो रही है।
मुख्य प्रगति:
(a) चीन का व्यापक क्षेत्रीय विस्तार
ई-स्कूटर (Yadea), EV (BYD), रिटेल चेन (KKV), ई-कॉमर्स (Lazada, TikTok Shop), टेक निवेश (Tencent)।
TikTok वियतनाम में नंबर-1 शॉपिंग प्लेटफ़ॉर्म है।
(b) रिकॉर्ड निवेश प्रवाह:
2025 में (Jan–Nov): चीन + हांगकांग निवेश = $6.7 बिलियन
DEEP C इंडस्ट्रियल पार्क में 2019 के मुकाबले दोगुनी चीनी उपस्थिति।
(c) टेक ट्रांसफर का नया दौर:
पहले चीन तकनीक साझा करने से हिचकता था, पर अब कई कंपनियाँ
बैटरी सिस्टम
ईवी टेक
ऊर्जा भंडारण सिस्टम
जैसी तकनीकें स्थानीय पार्टनर्स को दे रही हैं।
5.प्रभाव:
(a) वियतनाम की विदेशी नीति पर असर:
वियतनाम की "बैलेंसिंग डिप्लोमेसी" प्रभावित हो रही है।
अमेरिका और पश्चिम से संबंध कमजोर पड़ सकते हैं।
(b) वियतनामी उद्योग पर दवाब:
स्थानीय EV कंपनी VinFast को चीन की BYD और Yadea की चुनौती।
घरेलू रिटेलर और ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म चीनी कंपनियों से टक्कर खा रहे हैं।
(c) अमेरिका–चीन व्यापार युद्ध का नया मोड़:
अमेरिकी टैरिफ ने चीन को एशिया में वैकल्पिक मार्केट खोजने पर मजबूर किया।
वियतनाम चीन के लिए नया उत्पादन + उपभोक्ता केंद्र बन रहा है।
सामरिक प्रभाव:
वियतनाम एक "स्विंग स्टेट" से हटकर एक "टॉर्न कंट्री" बन सकता है —
चीन और अमेरिका के बीच खिंचाव बढ़ेगा।
चीन की भू-राजनीतिक स्थिति मजबूत होगी, विशेषकर दक्षिण-पूर्व एशिया में।
अमेरिका की ‘इंडो-पैसिफिक रणनीति’ को चुनौती मिल सकती है।
सप्लाई चेन में चीन की निर्भरता कम करने का अमेरिकी प्रयास कमजोर पड़ेगा।
आगे की दिशा: