स्रोत: एचटी
संदर्भ:
गूगल डूडल ने मलयालम साहित्य की दादी के रूप में जानी जाने वाली प्रसिद्ध भारतीय कवि बालमणि अम्मा का 113वां जन्मदिन मनाया।
बलमणि अम्मा के बारे में:
मलयालम साहित्य की दादी बालमणि अम्मा का जन्म 19 जुलाई 1909 को त्रिशूर जिले में हुआ था।
उन्हें मलयालम कविता की 'अम्मा' (माँ) और 'मुथस्सी' (दादी) के रूप में जाना जाता है।
बालमणि अम्मा ने कभी कोई औपचारिक शिक्षा प्राप्त नहीं की।
उन्हें उनके चाचा नलप्पट नारायण मेनन ने घर पर पढ़ाया था, जो एक प्रसिद्ध मलयाली कवि भी थे।
बलमणि अम्मा कमला दास की माता भी थीं।
कमला दास को 1984 में साहित्य के नोबेल पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया था।
2004 में उनका निधन हो गया और पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
काम:
उनकी पहली कविता, कोप्पुकाई शीर्षक से प्रकाशित हुई थी
उनकी सबसे प्रसिद्ध कृतियों में अम्मा (1934), मुथस्सी (1962), और मज़ुविंते कथा (द स्टोरी ऑफ़ द एक्स) (1966) शामिल हैं।
पहचान :
अम्मा विभिन्न पुरस्कारों और सम्मानों की प्राप्तकर्ता थीं जैसे