उत्तर प्रदेश का भूगोल (Geography of Uttar Pradesh)

उत्तर प्रदेश का भूगोल (Geography of Uttar Pradesh)

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उत्तर प्रदेश (UP) न केवल देश का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है, बल्कि क्षेत्रफल के आधार पर चौथा सबसे बड़ा राज्य भी है, जिसका क्षेत्रफल लगभग 2,43,000 वर्ग किलोमीटर है। भारत के उत्तर-मध्य भाग में स्थित यह राज्य उत्तर में नेपाल तथा उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार जैसे आठ भारतीय राज्यों से अपनी सीमाएँ साझा करता है। अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण उत्तर प्रदेश भारत का एक राजनीतिक, सांस्कृतिक और आर्थिक केंद्र है।

 

भौगोलिक क्षेत्रीय विभाजन

उत्तर प्रदेश के भूगोल को तीन प्रमुख प्राकृतिक क्षेत्रों में बाँटा जा सकता है —

  1. हिमालयी पादभूमि (शिवालिक और तराई क्षेत्र): उत्तर दिशा में स्थित यह क्षेत्र घने वनों, विविध वन्यजीवों और उपजाऊ तराई भूमि से समृद्ध है, जहाँ गहन कृषि की जाती है।
  2. गंगा के मैदान (Gangetic Plains): यह राज्य का मुख्य भाग है, जो उपजाऊ जलोढ़ मिट्टी से बना है। यह क्षेत्र विश्व के सबसे उपजाऊ क्षेत्रों में से एक है, जिससे उत्तर प्रदेश एक कृषि प्रधान राज्य बनता है।
  3. विंध्य पर्वत एवं पठारी क्षेत्र: दक्षिणी भाग में स्थित यह क्षेत्र बुंदेलखंड और आस-पास के पठारी इलाकों को सम्मिलित करता है। यहाँ की भूमि पथरीली है और कृषि की संभावनाएँ मैदानों की तुलना में सीमित हैं।

 

नदियाँ और जल संसाधन

उत्तर प्रदेश में अनेक हिमालय और विन्ध्य पर्वतों से निकलने वाली नदियाँ बहती हैं। इनमें गंगा और यमुना प्रमुख हैं, जिनमें घाघरा, गोमती, रामगंगा, बेतवा और केन जैसी सहायक नदियाँ मिलती हैं। ये नदियाँ प्रायः पश्चिम से पूर्व की ओर बहती हैं और अपने साथ लाई जलोढ़ मिट्टी से भूमि को अत्यंत उपजाऊ बनाती हैं। हालांकि, इन नदियों के कारण पूर्वी उत्तर प्रदेश में बाढ़ और बुंदेलखंड क्षेत्र में सूखा जैसी समस्याएँ भी उत्पन्न होती हैं।

 

जलवायु

उत्तर प्रदेश में आर्द्र उपोष्णकटिबंधीय जलवायु (Humid Subtropical Climate) पाई जाती है, जिसे चार प्रमुख ऋतुओं में बाँटा जा सकता है —

  1. शीत ऋतु (जनवरी–फरवरी): ठंडी और शुष्क; तापमान 3–4°C तक गिर जाता है।
  2. ग्रीष्म ऋतु (मार्च–जून): गर्म और शुष्क; तापमान 43–45°C तक पहुँचता है।
  3. वर्षा ऋतु (जून–सितंबर): मुख्य रूप से पूर्वी भाग में अधिक वर्षा होती है।
  4. शरद ऋतु (अक्टूबर–दिसंबर): मौसम सुहावना और मध्यम रहता है।

उपजाऊ मिट्टी और विस्तृत नदियों के बावजूद, राज्य अनियमित मानसून वितरण के कारण पूर्वी जिलों में बाढ़ तथा बुंदेलखंड में सूखे जैसी पर्यावरणीय चुनौतियों का सामना करता है।

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