उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे

उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे

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उत्तर प्रदेश में सड़क अवसंरचना (Infrastructure) के क्षेत्र में तीव्र गति से परिवर्तन हो रहा है। वर्तमान में राज्य में 15 से अधिक एक्सप्रेसवे या तो संचालित हो चुके हैं, निर्माणाधीन हैं या योजना के चरण में हैं। ये सभी परियोजनाएं भारतमाला परियोजना के तहत विकसित की जा रही हैं, जिनका उद्देश्य राज्य में सुगम कनेक्टिविटी, यात्रा समय में कमी, औद्योगिक व आर्थिक विकास को बढ़ावा देना और निवेश के अवसरों को सशक्त बनाना है।

 

उत्तर प्रदेश के प्रमुख एक्सप्रेसवे

  •  यमुना एक्सप्रेसवे: उत्तर प्रदेश का पहला एक्सप्रेसवे, 165.5 किमी लंबा, 6 लेन, दिल्ली से आगरा को जोड़ता है। (उद्घाटन: अगस्त 2012)
  • नोएडा–ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे: 24.53 किमी लंबा, 6 लेन, नोएडा को ग्रेटर नोएडा से जोड़ता है।
  • आगरा–लखनऊ एक्सप्रेसवे: 302 किमी का ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट, जिसने यात्रा समय को 6 घंटे से घटाकर 3.5 घंटे कर दिया। (उद्घाटन: नवंबर 2016)
  • दिल्ली–मेरठ एक्सप्रेसवे: 96 किमी लंबा मार्ग, दिल्ली से मेरठ तक, अप्रैल 2021 में उद्घाटित।
  • पूर्वांचल एक्सप्रेसवे: 340.82 किमी लंबा, लखनऊ से गाज़ीपुर को जोड़ता है। (उद्घाटन: नवंबर 2021)
  • बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे: 296.07 किमी लंबा, चित्रकूट से इटावा तक, उत्तर प्रदेश का सबसे तेज़ निर्मित एक्सप्रेसवे। (उद्घाटन: जुलाई 2022)
  • गंगा एक्सप्रेसवे: राज्य का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे (594 किमी), मेरठ से प्रयागराज तक, दिसंबर 2025 तक पूर्ण होने की उम्मीद।
  • लखनऊ–कानपुर एक्सप्रेसवे: 62.76 किमी लंबा, जुलाई 2025 तक पूरा होने की संभावना।
  • गाज़ियाबाद–कानपुर एक्सप्रेसवे: 380 किमी लंबा, 2026 तक पूर्ण होने की संभावना।
  • गोरखपुर–सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे: 520 किमी लंबा, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल को जोड़ने वाला, दिसंबर 2025 तक पूरा होने की उम्मीद।
  • दिल्ली–सहारनपुर–देहरादून एक्सप्रेसवे: 210 किमी लंबा, जुलाई 2025 तक तैयार होने की संभावना।
  • गाज़ीपुर–बलिया–मांझी घाट एक्सप्रेसवे: उत्तर प्रदेश को बिहार से जोड़ने वाला मार्ग, दो वर्षों में पूरा होगा।
  • विंध्य एक्सप्रेसवे: 320 किमी लंबा, प्रयागराज से सोनभद्र तक, विकासाधीन।
  • आगरा–ग्वालियर एक्सप्रेसवे: 88 किमी लंबा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश को जोड़ने वाला।
  • गोरखपुर–शामली एक्सप्रेसवे: प्रस्तावित 700 किमी लंबा एक्सप्रेसवे, DPR तैयार, 2025 में निर्माण शुरू होने की संभावना।
  • कानपुर–कबरई ग्रीनफील्ड हाईवे: 112 किमी, 4 लेन, DPR तैयार किया जा रहा है।
  • नोएडा–लखनऊ एक्सप्रेसवे: नवीन ग्रीनफील्ड परियोजना, जिससे नोएडा से लखनऊ की यात्रा 3–4 घंटे में पूरी होगी।

 

लिंक एक्सप्रेसवे

राज्य में प्रमुख एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए कई लिंक एक्सप्रेसवे भी विकसित किए जा रहे हैं —

  • चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे
  • झांसी–जालौन हाई-स्पीड लिंक एक्सप्रेसवे
  • गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे
  • लखनऊ लिंक एक्सप्रेसवे
  • फर्रुखाबाद लिंक एक्सप्रेसवे
  • जेवर लिंक एक्सप्रेसवे
  • मेरठ–हरिद्वार लिंक एक्सप्रेसवे
  • चित्रकूट–रीवा लिंक एक्सप्रेसवे

इन एक्सप्रेसवे परियोजनाओं से उत्तर प्रदेश न केवल बेहतर कनेक्टिविटी की दिशा में अग्रसर है, बल्कि यह राज्य को भारत का “एक्सप्रेसवे हब” बनाने की दिशा में भी मजबूत कदम बढ़ा रहा है।

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