जैव विविधता की बचत
स्रोत: डीटीई
खबरों में क्यों?
कुछ अध्ययनों के अनुसार, हवा में तैरता डीएनए (यानी ई-डीएनए) दुनिया भर में जैव विविधता संरक्षण के प्रयासों को बढ़ावा दे सकता है।
प्रमुख बिंदु
दो टीमों के शोधकर्ताओं ने स्वतंत्र रूप से दिखाया है कि पर्यावरण डीएनए (ई-डीएनए) संभावित रूप से स्थलीय जानवरों की पहचान और निगरानी कर सकता है।
जानवर अपनी सांस, लार, फर या मल के माध्यम से पर्यावरण में डीएनए छोड़ते हैं और इन नमूनों को ई-डीएनए कहा जाता है।
एयरबोर्न ई-डीएनए नमूनाकरण एक बायोमोनिटरिंग विधि है जो जीवविज्ञानियों और संरक्षणवादियों के बीच लोकप्रियता में बढ़ रही है क्योंकि यह प्रचुर मात्रा में जानकारी प्रदान करती है।
महत्व:
संबंधित पहल:
ग्लोबल ईडीएनए प्रोजेक्ट: यूनेस्को ने अक्टूबर 2021 में समुद्री विश्व धरोहर स्थलों पर जलवायु परिवर्तन के लिए प्रजातियों की भेद्यता का अध्ययन करने के लिए परियोजना शुरू की।
डीएनए
ई-डीएनए