900 किलोमीटर लंबे चार धाम यात्रा मार्ग पर देश का पहला इलेक्ट्रिक तीर्थ कॉरिडोर विकसित किया जा रहा है और निजी इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए हर 30 किलोमीटर पर चार्जिंग प्वाइंट भी बनाए जा रहे हैं।
सभी गेस्ट हाउस में भी चार्जिंग प्वाइंट की सुविधा होगी। ईवी चार्जिंग स्टेशनों के लिए स्थान भी चिह्नित किए गए हैं।
पिछले साल चार धाम यात्रा के दौरान केदारनाथ में 400 तीर्थयात्रियों की जान गई थी, इसलिए इस साल विशेष चिकित्सा सुविधा शुरू की गई है।
केदारनाथ की ओर पैदल जाने के रास्ते में हर किलोमीटर पर एक मेडिकल पोस्ट पर एक डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ उपलब्ध होगा।
ऑक्सीजन और अन्य चिकित्सा सुविधाएं पूरे दिन उपलब्ध रहेंगी और आपातकालीन स्थिति में लोगों को केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री से हवाई मार्ग से निकालने की व्यस्था भी की गई है।