केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पूर्वोत्तर को भारत और दक्षिण पूर्व एशिया के बीच एक महत्वपूर्ण आर्थिक केंद्र बताते हुए, बांस संसाधन, हाइड्रोकार्बन भंडार, पर्यटन, कृषि, आईटी और लॉजिस्टिक्स में अपार संभावनाओं को रेखांकित किया।
डोनर सचिव चंचल कुमार ने पीपीपी मॉडल के तहत आठ पर्यटन स्थलों के विकास की घोषणा की, जबकि उन्नति योजना के तहत विनिर्माण, आईटी और सेवाओं में निवेशकों को आकर्षक प्रोत्साहन देकर पूर्वोत्तर के औद्योगिकीकरण को गति दी जा रही है।