संयुक्त राष्ट्र जैव विविधता सम्मेलन (COP15) के दौरान जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत की 'नमामि गंगे'- गंगा कायाकल्प परियोजना- को प्राकृतिक पारिस्थितिक तंत्र की बहाली के लिए दुनिया की 10 सबसे "अभूतपूर्व" पहलों में से एक के रूप में मान्यता दी गई है।
नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा (NMCG) ने ग्लोबल वाटर इंटेलिजेंस द्वारा ग्लोबल वाटर अवार्ड्स, 2019 में "पब्लिक वाटर एजेंसी ऑफ द ईयर" पुरस्कार जीता है।
यह पुरस्कार 14 दिसंबर 2022 को मॉन्ट्रियल, कनाडा में जैव विविधता पर सम्मेलन (सीबीडी) के 15वें सम्मेलन में जी अशोक कुमार, महानिदेशक, नमामि गंगे द्वारा प्राप्त किया गया।
नमामि गंगे को दुनिया भर के 70 देशों से ऐसी 150 से अधिक पहलों में से चुना गया था।
नमामि गंगे को जून 2014 में केंद्र सरकार द्वारा 'फ्लैगशिप प्रोग्राम' के रूप में मंजूरी दी गई थी।