कोरोना संकट के बाद पहली बार भारतीय सेना ने बड़ी कवायद की है, और राजस्थान के जैसलमेर में 'दक्षिण शक्ति' नामक एक युद्ध अभ्यास का आयोजन किया है।
इस ड्रिल में सेना के टैंकों, वायु सेना के लड़ाकू जेट विमानों, हेलीकॉप्टरों और झुंड के ड्रोनों ने अपनी ताकत और ताकत का प्रदर्शन किया।
भारतीय सेना प्रमुख जनरल एम.एम. नरवणे ने राजस्थान के जैसलमेर जिले में 'दक्षिण शक्ति' अभ्यास के एक भाग के रूप में किए जा रहे युद्धाभ्यास को अपनी मौजूदगी में संपन्न कराया।
यह अभ्यास 19 से 22 नवंबर तक चले 'सागर शक्ति' अभ्यास के बाद हुई है।
महत्वपूर्ण तथ्य
अभ्यास 'दक्षिण शक्ति' के बारे में
'दक्षिण शक्ति' किसी अन्य युद्धाभ्यास के ठीक विपरीत है। इस अभ्यास में थल सेना, नौसेना, वायु सेना, तटरक्षक बल, बीएसएफ के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन और पुलिस भी शामिल थी और इसमें खुफिया अभियान भी शामिल थे। इसका प्राथमिक लक्ष्य सभी को जोड़कर उनके तालमेल को परखना था।