वॉक फ्री फाउंडेशन द्वारा हाल ही में प्रकाशित 'ग्लोबल स्लेवरी इंडेक्स 2023' यानि वैश्विक दासता सूचकांक 2023 के अनुसार, आधुनिक दासता के वैश्विक प्रसार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
वॉक फ्री की प्रमुख रिपोर्ट, ग्लोबल स्लेवरी इंडेक्स (जीएसआई) 160 देशों के लिए आधुनिक गुलामी का राष्ट्रीय अनुमान प्रदान करती है।
इस रिपोर्ट से पता चलता है कि इन शोषण स्थितियों में रहने वाले व्यक्तियों की संख्या 50 मिलियन तक पहुंच गई है, जो कि पिछले पांच वर्षों में 25% की वृद्धि को दर्शाता है।
रिपोर्ट मुख्य रूप से उनकी व्यापार गतिविधियों और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं के माध्यम से आधुनिक गुलामी के संकट को तेज करने में G20 देशों के उल्लेखनीय योगदान पर प्रकाश डालती है।
रिपोर्ट के अनुसार G20 देशों में, भारत, चीन, रूस, इंडोनेशिया, तुर्की, और यू.एस. सबसे अधिक संख्या में लोगों से जबरन श्रम करवाते हैं।
यह प्रति 1,000 लोगों पर आधुनिक गुलामी के अनुमानित प्रसार के आधार पर 160 देशों को रैंक करता है।
उच्चतम प्रसार वाले देश उत्तर कोरिया (104.6), इरिट्रिया (90.3), और मॉरिटानिया (32.0) हैं, जहां आधुनिक गुलामी व्यापक और अक्सर राज्य प्रायोजित है।
सबसे कम प्रचलन वाले देश स्विट्जरलैंड (0.5), नॉर्वे (0.5), और जर्मनी (0.6) हैं, जहां मजबूत शासन और आधुनिक गुलामी के लिए प्रभावी प्रतिक्रियाएं स्पष्ट हैं।
भारत में 8 की व्यापकता है। (प्रति हज़ार लोगों पर आधुनिक दासता में रहने वाली जनसंख्या का अनुमानित अनुपात)।