Category : Science and TechPublished on: August 18 2022
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एलवी प्रसाद आई इंस्टीट्यूट (एलवीपीईआई), हैदराबाद, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी हैदराबाद (आईआईटीएच), और सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (सीसीएमबी), हैदराबाद के शोधकर्ताओं ने मानव दाता कॉर्नियल ऊतक से 3 डी-मुद्रित कॉर्निया विकसित किया है।
भारत में शोधकर्ताओं ने एक कृत्रिम कॉर्निया को सफलतापूर्वक 3 डी प्रिंट किया है और इसे पहली बार खरगोश की आंख में प्रत्यारोपित किया है।
सरकार और परोपकारी वित्त पोषण के माध्यम से स्वदेशी रूप से विकसित, उत्पाद पूरी तरह से प्राकृतिक है, इसमें कोई सिंथेटिक घटक नहीं है, जानवरों के अवशेषों से मुक्त है और रोगियों में उपयोग करने के लिए सुरक्षित है।