हट्टी समुदाय हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के ट्रांस-गिरि क्षेत्र में निवास करती है।
हाल ही में हट्टी समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा प्रदान किया गया है।
इस संदर्भ में हिमाचल प्रदेश सरकार ने अधिसूचना जारी कर दी है।
केंद्र सरकार ने इस समुदाय को अनूसूचित जनजाति का दर्जा देने के लिए अगस्त, 2023 में संविधान संशोधन किया था।
इसे संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश (द्वितीय संशोधन) अधिनियम, 2023 के नाम से राजपत्र में अधिसूचित किया था।
हट्टी एक घनिष्ठ समुदाय है, जिसका नाम कस्बों में 'हाट' कहे जाने वाले छोटे बाजारों में घरेलू सब्जियां, फसलें, मांस और ऊन आदि बेचने की उनकी परंपरा से मिला है।
हट्टियों को खुम्बली नामक एक पारंपरिक परिषद द्वारा शासित किया जाता है, जो हरियाणा की खापों की तरह सामुदायिक मामलों का निर्णय करती है।
किसी भी समुदाय को अनूसूचित जनजाति का दर्जा संसद द्वारा दिया जाता है।
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