हाल ही में तमिलनाडु सरकार द्वारा प्रोजेक्ट नीलगिरी तहर लॉन्च किया गया है।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने इस प्रोजेक्ट को लॉन्च किया।
इस प्रोजेक्ट का उद्वेश्य राजकीय पशु नीलगिरि तहर को सरंक्षण प्रदान करना है।
स्थानीय रूप से ‘वराई आदु’ के नाम से चर्चित नीलगिरि तहर पश्चिमी घाट की एक लुप्तप्राय प्रजाति है जो खड़ी चट्टानों पर चढ़ने के दौरान गुरुत्वाकर्षण को मात देने के अपने कौशल के लिए जानी जाती है।
इन पहाड़ी बकरियां को ‘माउंटेन मोनार्क’ भी कहा जाता है।
यह प्रोजेक्ट वर्ष 2023 - 2027 तक लागू रहेगा।
नीलगिरी तहर का उद्देश्य संगम साहित्य में भी मिलता है।
यह पश्चिमी घाट में तमिलनाडु और केरल में पाई जाती है।
इसे भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची 1 के तहत भी संरक्षित किया गया है।