भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने तेलंगाना राज्य के भद्राद्री कोठागुडेम जिले के भद्राचलम में श्री सीता रामचंद्र स्वामीवरी देवस्थानम, में 'मंदिरों के भद्राचलम समूह में तीर्थयात्रा सुविधाओं का विकास' परियोजना की आधारशिला रखी।
उन्होंने राज्य के मुलुगु में रुद्रेश्वर (रामप्पा) मंदिर में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल की तीर्थयात्रा और विरासत बुनियादी ढांचे के विकास नामक एक अन्य परियोजना की आधारशिला भी रखी।
इन दोनों परियोजनाओं को भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय की PRASHAD (नेशनल मिशन ऑन पिलग्रिमेज रिजुवनेशन एंड स्पिरिचुअल हेरिटेज ऑग्मेंटेशन ड्राइव) योजना के तहत मंजूरी दी गई है।
भद्राचलम का मंदिर, श्री सीता रामचंद्र स्वामीवरी देवस्थानम, 350 वर्ष से अधिक पुराना बताया जाता है और रामायण के महाकाव्य से निकटता से जुड़ा हुआ है।
PRASHAD योजना केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा 2014-15 में देश में तीर्थ और विरासत पर्यटन स्थलों के एकीकृत बुनियादी ढांचे के विकास के लिए राज्यों को सहायता प्रदान करने के लिए शुरू की गई थी।